हृष्ट-पुष्ट व्यक्ति बलपूर्वक स्खलन करते हुए चरमोत्कर्ष पर पहुंच जाता है।

हृष्ट-पुष्ट व्यक्ति बलपूर्वक स्खलन करते हुए चरमोत्कर्ष पर पहुंच जाता है।