एक उमस भरी माँ बाथरूम में अपनी इच्छाओं को अनायास ही गले लगा लेती है और आत्म-आनंद में लिप्त हो जाती है।

एक उमस भरी माँ बाथरूम में अपनी इच्छाओं को अनायास ही गले लगा लेती है और आत्म-आनंद में लिप्त हो जाती है।